युगांडा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आयी है, जहाँ एक मुस्लिम व्यक्ति ने अपने माँ के खाने में कीटनाशक मिलाकर जान से मार देने की कोशिश की है। ५० वर्षीय सुलैना नबिरये को अपने ही बेटे ने जहर दे दिया क्योंकि सुलैना ने ईसाई धर्म अपना लिया था और वह इस्लाम में लौटने के लिए तैयार नहीं थीं।
सुलैना के इस्लाम छोड़ने के फैसले को उसका बेटा स्वीकार नहीं कर सका और परिणामस्वरूप अपने माँ को मृत्यु के घाट उतार दिया। ऐसा माना जा रहा है कि इस घृणित कृत्य के पीछे का इरादा न केवल धर्म परिवर्तन के लिए दंडित करना था, बल्कि उन सभी लोगों के भीतर आतंक और भय पैदा करना था जो धर्मांतरण पर विचार कर रहे हैं।
यह घटना धार्मिक उन्माद और असहिष्णुता से उत्पन्न होने वाले भीषण परिस्थिति को उजागर करती है।