पाकिस्तान के सिंध में ०९ वर्ष की हिन्दू बच्ची रेशमा का जबरन अपहरण कर लिया गया और उसका धर्म परिवर्तित कर वज़ीर हुसैन नामक ४५ वर्षीय व्यक्ति से शादी करा दी गई। अब रेशमा का नाम बदल कर बशीरन कर दिया गया है। दुखद स्थिति यह है की उसे अपने हिंदू माता-पिता के पास लौटने अथवा उनसे मिलने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है। चौंकाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान की अदालत ने इस शादी को वैध करार देते हुए दावा किया कि रेशमा ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है और यह कि वह १९ वर्ष की है। पाकिस्तान में कम आयु की हिंदू बच्चिओं का अपहरण कर लिया जाना और अधेड़ उम्र के मुस्लिम पुरुषों के साथ उनकी शादी करा दिया जाना अब आम हो चूका है। यह एक बेहद चिंताजनक और भयानक स्थिति है। हालाँकि, इस मुद्दे पर अब तक किसी भी दक्षिण एशियाई प्रकाशन, कार्यकर्ता समूह अथवा मानवाधिकार संगठन का ध्यान नहीं गया है।